UNIQUE एको अहम्
एको अहम्, द्वितीयो नस्ति के ताबीर साहिब-ए-तदबीर का यक़ीनी तहरीर फिर फ़र्क क्या है कातिब-ए-तक़दीर क़ायनात का मैं इक वज़ीर बे-नज़ीर ! I believe in the plans, I have made for Me, So why should I bother? What's written in Destiny ! Interpreted from a Mystique… There is no one, Like Me, I am the only one, UNIQUE ! Happy New Year to All my UNIQUEs ! मेरे सभी अद्विती- अद्वित को नव वर्ष की शुभकामनाएँ ! जे आपहू भाग-करम आपे लिखनी, त का लिख करीहन विधाता हमार ! नइखे हमरा जइसन केहू धरती पर, ना आगे लीहन केहू कोख अवतार ! 'अपरमपार' एह जगत में, हम हँई एक 'अपार' ! हमरा सब 'अपार' अदितियन अउर अदितवन के नयका साल, झमाझम-बमाबम होखे ! मूल श्लोक : Original Verse = एको अहम, द्वितीयो नास्ति, न भूतो न भविष्यति ! Eko Aham Dwitiyo Nasti, Na Bhuto Na Bhavishyati ! ताबीर = अभिप्राय, अर्थ, मतलब, आशय, तात्पर्य Interpretation, Explanation, Manifestation साहिब-ए-तदबीर = बुद्धिमान्, नीतिज्ञ, अक्लमंद Prudent or Discreet Man, Man of Tact or of Resources तहरीर = विवरण के स...