इबादत भी तू, खुदा भी तू ...
तू मंदिर, तू ही भगवान; तू पूजा. तू ही स्नान ; तू खुदा, तू ही अज़ान, इसलिए सुबह उठते ही, बस दोस्त से दुआ सलाम, इबादत हो जाती है मेरी .... - अभय सुशीला जगन्नाथ -------------------------------------------- पूजा भी तू, स्नान भी तू, संध्या आरती भी तू, सहरे अज़ान भी तू, मंदिर भी तू, भगवान भी तू , दर्द भी तू, दवा भी तू, साथ भी तू, जुदा भी तू, इबादत भी तू, खुदा भी तू ... - अभय सुशीला जगन्नाथ -------------------------------------------- Good things are always beautiful, But some beauties are GOD गुदगुदी सी आप की उन्मुक्त हँसी, कानो में आकर ठहाके लगाती रहती है, मेरे आंसू रोकने की ये अदा भी क्या खूब है ... - अभय सुशीला जगन्नाथ ----------------------------...