ज़िंदगी की राहों में, तेरे सपनों को चुनते, उन ख़्वाबों को पिरोके, माला एक बुनते, इक रोज़ मिलूंगा मैं, माँ तेरा आँचल चूमते ! #माँ और #लक्ष्मी #धनतेरस #दिवाली - अभय सुशीला जगन्नाथ
You and I were, an awesome match, only Almighty could make... so many good memories, together We've shared, and I can't wait to see what's next ! Someone who is not just a friend, but a true inspiration, and best. May you continue to inspire others, with your generosity and kindness, The positive outlook on life and zest ! To the most fabulous, and finest, but funniest and funkiest, The only one who is, Bestie’s Best ! - Abhay Sushila Jagannath
तारीख-ओ-वक़्त बदलने वाले, कभी खुद को नहीं बदला करते कुछ शख्सियतों को देख सुना है, बेज़ार रस्ते भी हैं राह बदलते - अभय सुशीला जगन्नाथ मैं उनमे से हरगिज़ नहीं जो खुद को बदल दूँ अपनी पर गर आ गया तो मैं वक़्त बदल दूँ -------------------------------------------------- मैं उनमे से हरगिज़ नहीं जो खुद को बदल दूँ इस से अच्छा अपनी पर आकर वक़्त बदल दूँ - अभय सुशीला जगन्नाथ