बहर-ए-इश्क़ अर्थात "प्रेम का समुंदर"

न पूछ बहर-ए-इश्क़ से, मौज-ए-मोहब्बत के मायने सागर की लहरों में ऊंचाइयां भी, और गहराइयाँ भी "बहर-ए-इश्क़" अर्थात "प्रेम का समुंदर" हैं, बोले तो " सागर " बोले तो मनीष राय ! स्कूल के डेस्क पर "सागर" लिख कर, "आशिकी" और "बागी" के साथ "साजन" के गानों की यादगार और बेमिसाल महफ़िल सजाने वाले बचपन के अभिन्न मित्र के लिए... Some things, get better with time, Be it Old friend or Old Wine.. On your Birthday, My Dear Friend Wine.. I am writing a byline... Manish ! May you get, Happiness with Headline And Wealth like Gold Mine... A Very Very Happy Birthday Manish Rai - अभय सुशीला जगन्नाथ