दिल की पतंग भक्क कटे

वो रंग बिरंगे नभचर, वो लटाई में उलझे लट अटपटे..

अंखियों से पेंच लड़ते ही, दिल की पतंग भक्क कटे


#MakarSankranti #खिचड़ी #Lohri

                                              - अभय सुशीला जगन्नाथ 




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