Is it you ? or Humming Music !
दिल को धड़कन,
सोच को उड़ान,
आँखों को सपने,
जीवन को ज़िन्दगी...
तुम हो ?
या गुनगुनाता संगीत !
- Abhay Sushila Jagannath
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मत घबरा ए दोस्त,
मैं जानता हूँ,
तेरे दिल में मेरे लिए,
सबसे ज्यादा दुआएं बसती हैं,
इसीलिए मेरी आंखे आंसू लिए भी हंसती है
- अभय सुशीला जगन्नाथ
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मैं तुमको चाँद कहूं ये मुमकिन तो है,
पर कोई रात भर देखे तुमको ,
ये गवारा नहीं मुझको
----POST
लोग देखे तुमको,
ये गंवारा नहीं जिसको,
उस हर शक्श की,
मजबूरी है ये,
वो कुछ कहे भी तो किसको,
सितारों के दरम्यान,
चाँद एक ही तो है
- अभय सुशीला जगन्नाथ
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