किताब

तेरा वज़ूद एक किताब सा है,
समझने वालों के लिए अल्फ़ाज़,
बंद हो तो एक ख़ामोशी समेटे

                          - अभय सुशीला जगन्नाथ

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तू एक किताब सी है,
बंद, शांत और खामोश,
और पढ़ कर समझने के लिए,
ज्ञान की देवी, सरस्वती !

                        - अभय सुशीला जगन्नाथ 

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