ज़िन्दगी दो पल की ! Delete !

एक छोटा सा वादा,
पर इस उम्र से ज्यादा,
कि एक दूजे से कभी,
नाराज़गी का भी इरादा,
न करेंगे हम दोनों !
क्यूंकि,
इस छोटी ज़िन्दगी का,
यही बड़ा तकाज़ा !
ज़िन्दगी दो पल की !
- अभय सुशीला जगन्नाथ
--------------------------------------------
मोहब्बत से तेरे अब फुर्सत कहाँ,
नफ़रत के लिए जो समय निकाले !
- अभय सुशीला जगन्नाथ
Comments
Post a Comment