फ़ना

जब मेरे दिल में ,
तेरी साँसे पनाह लेंगी,
तो मेरी साँसों को,
पहले तेरे दिल में ,
पाकीज़ा पनाहगाह देंगी,
एक रूह और दो दिल,
का किया वादा,
कुछ ऐसे निबाह देंगी,
न हम फ़ना होंगे,
न तू फ़ना होगी

               - अभय सुशीला जगन्नाथ

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तेरी तस्वीरे हैं या
SCREENSAVER
तेरे सिवा कुछ दीखता ही नहीं,
मेरे LAPTOP में ....

                        - अभय सुशीला जगन्नाथ 

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