अच्छे लगते हो ! सुन्दर लगती हो ! James Bond !

" बेफिक्र से थे,
बालों की सफेदी देखकर, 
नींदें उड़ा दी किसी ने, 
अच्छे लगते हो कह कर "

बचपन से कहते रहे,
तुम बहुत सुन्दर लगती हो,
जब बाल सफ़ेद हुए तब आकर पुछा,
क्या अब भी मैं तुझे वैसी लगती हूँ,
मैने कहा,
हम रूप रंग नहीं आत्मा देखते थे,
वो बोली,
तुझे नहीं पता तूम तो मेरी सांसों में बसते थे,
बस समय और परिस्थितियां साथ न थे,
हम तुमको और तुम हमको न चाहो,
ऐसे तो कभी हालात न थे,
चाहा है तुमको चाहेंगे हरदम,
तुम ही मेरी जान मेरे हमदम !
                       
छोटा सा दिल 
बड़ी बड़ी ख्वाहिशें ...
छोटा सा दिल,
बड़ी बड़ी ख्वाहिशें,
छोटी छोटी बूँदें,
आग सी बारिशें,
चल भीग जाएँ,
एक दूजे के प्यार में,
तोड़ के सभी बंदिशें !
               
सोचती हूँ छु लूँ,
या देख कर ही जी भर लूँ ,
फिर,
धत्त  सब सपना है,
हंस देती हूँ,
पर कहीं अंदर,
एक टीस सी रह जाती है !
बहुत कुछ कहना है,
पर कह नहीं पाती,
पर उम्मीद है तुम समझ लोगे,
वो अनकहे लब्ज़ भी,

इसीलिए बस मुस्कुरा देती हूँ,
बादल में पानी,
आंखों में नमी,
दिल में उनकी यादें,
होठो पर हंसी,
दिल में दर्द है,
बदन में आग,

काश कि तुम होते मेरे पास !

कभी इश्क़ बुलाता,
कभी किचन पुकारता

और तुम नहीं जा पाता,
तो इश्क़ को ही फ्राई करता  !

Love You Jaan !
तेरे साथ ये ज़िन्दगी,
सतरंगी हो जाती है
तू ही तो है
सतरंगी
मनरंगी
हर रंगी

ये खूबसूरत पल,
कभी भी ख़तम ना हो !

ख़तम ना होने देंगे  
ये हसीन पल,
तुझसे नहीं, 
खुदसे ही,
ये वादा है किया !

                   - अभय सुशीला जगन्नाथ 

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