और क्या !

आपकी यादें,

मेरी बातें,

बस और क्या ?

मिलने बिछड़ने की कहानी,

ज़िन्दगी में लड़ना सीखा गयी

लेकर मज़बूत इरादे,

अब और क्या !

                     -अभय सुशीला जगन्नाथ 


आपकी यादें,

मेरी बातें,

बस और क्या ?

खेल खेल में क्रिकेट की रिवायतें,

ज़िन्दगी में लड़ना सीखा गयी,

लेकर मज़बूत इरादे

अब और क्या !

           -अभय सुशीला जगन्नाथ 



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