लंकेटिंग और चाय

लंकेटिंग की पहली चाय से,
आया था पहला इश्क़-ए-उबाल,
ऊफ्फ वो रिमझिम बारिश,
और तेरे बदन-और-चेहरे पर,
शरारती बूंदो का कमाल,
गरम चाय की चुस्कियों संग,
तेरी शर्मीली मुस्कियों का जमाल...
उसके बाद तेरा अदा संग,
ज़ुल्फ़ें उँगलियों से हटा,
तीर-ए-नज़र से करना बेहाल...
ना पूछ ! क्या खूब आया था,
पहले-पहल इश्क़-ए-उबाल,
जब सुनयना ने दिखाया,
अपनी आँखों का कमाल...

सुनो ना सुनयना !
तुझसे और इस चाय से जो,
अब तलक मेरी मोहब्बत है,
उसी इश्क़-ए-उबाल वाली,
लंकेटिंग के चाय की बदौलत है !

Remembering Manish Mishra and his Love Story ! 

                           - अभय सुशीला जगन्नाथ 

लंकेटिंग की पहली चाय का,
वो पहला इश्क़-ए-उबाल,
ऊफ्फ वो रिमझिम बारिश,
तेरे बदन-और-चेहरे पर,
शरारती बूंदो का कमाल,
गरम चाय की चुस्कियों संग,
शर्मीली मुस्कियों का जमाल...
उसके बाद अदा संग,
ज़ुल्फ़ें उँगलियों से हटा,
तीर-ए-नज़र से करना बेहाल...
ना पूछ ! क्या खूब आया था,
पहले-पहल इश्क़-ए-उबाल,
जब सुनयना ने दिखाया,
अपनी आँखों का कमाल...

सुनो ना सुनयना !
तुझसे और इस चाय से जो,
अब तलक मेरी मोहब्बत है,
उसी इश्क़-ए-उबाल वाली,
लंकेटिंग चाय की बदौलत है !

                                 - अभय सुशीला जगन्नाथ 



Comments

Popular posts from this blog

राधा-कृष्ण ! प्रेम के सात वचन !

परी-सुरसुन्दरी, अप्सरा-देवांगना

बिन फेरे हम तेरे