गुरु शिष्यों तेरी कहानी

गुरु कह रहे अपने आप को, शिष्यों तेरी यही कहानी है...

जिज्ञासू हर नदी-धारा इक दिन, भव-साग़र में मिल जानी है...


                                                                     - अभय सुशीला जगन्नाथ 




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