बेदस्तक... बेबाक... बेअंदाज
तेरे अहसास कभी नहीं रहे,
दिल-ए-दस्तक के मोहताज़,
धड़कनो में दीदार-ए-यार का,
आज भी वही पुराना अंदाज़,
बेदस्तक... बेबाक... बेअंदाज
It's been 20Years ... Memories of those beautiful, laughter-filled times, refreshed again.
The evening was fantastic and impactful.
Special thanks to Gunjan Madam for blessing us again.
Mentoring is navigating,
Ahead of Time…
What others couldn’t see for you,
To be Prime !
The Mentor Gunjan Saigal Bhatia Madam !
Thanks a lot for blessing us again ... after 22 Years !
Charansparsh Madam 🙏
क्या खूब बिछड़े थे तुम मुझसे,
छोड़ गए मुझमें अपने आपको,
और जुदा किया खुद को खुदसे...
Love & Miss You All my
BITTER,
but
BETTER
HEARTS
💞
बातों बातों में गुजरते गए,
पुराने हर पल-ओ-लम्हात,
आंखों में बचपन की चमक,
और जवां दिल-ओ-जज़्बात,
बेमिसाल रहा ऐ मेरे दोस्त,
ये पल-दो-पल का भी साथ
- अभय सुशीला जगन्नाथ
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