सांझ सवेरे, यादों के घेरे

 मेरे ख्वाबो में तुम फिर आना,

नींदे चुराना, और संग घुमाना,

मैं और मेरी आवारगी ...

और आवारा रोज़ का फ़साना 

                         - अभय सुशीला जगन्नाथ 


ओस की बूंदों की तरह,

हर सुबह, हर रोज़ सवेरे,

मुझे बेचैन करने आते हैं

तेरी यादों के शबनमी घेरे

                         - अभय सुशीला जगन्नाथ 
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Heartfelt feelings, 
of first love are you,
Believe my promise,
You are last too ...

One and only always yours 

                              - Abhay Sushila Jagannath
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वो सवाल जिसका, जवाब अभी नहीं मिला,
तूझसा हसीं कोई, मुझे ख़्वाब भी नही मिला

                                  - अभय सुशीला जगन्नाथ
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Splashy & Swanky Beauty  ,
Ages old  Antiquity ...  

                      - Abhay Sushila Jagannath
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ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा दिल
ख़्वाबों से निकल न तू 
कहीं हक़ीक़त में मुझे मिल

                     - अभय सुशीला जगन्नाथ
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रोज़ाना आता है, जागते ख़यालों, सोते ख़्वाबों में,
तू ही वो सवाल जिसका, जवाब नही किताबों में

                                  - अभय सुशीला जगन्नाथ
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किसी मुसव्विर का शहकार है या फिर,
मेरे ख़्वाबों की तामीर है, तेरी ये तस्वीर,
खूबसूरती की नज़ीर है, ये हुस्न बेनज़ीर

बाद-ए-सबा बेनज़ीर

                         - अभय सुशीला जगन्नाथ
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सपने से निकल कर देखो 
जब दिल में जान आ गयी 
मेरी जान में जान आ गयी

                    - अभय सुशीला जगन्नाथ


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