चाँदनी को चांद-रात

 तारों का मजमा होगा, छतों पर भीड़ बेशुमार,

सबकी नजर उसपे होगी, जो तुझसे शर्मशार !

आपको ईद मुबारक पर चाँदनी को चांद-रात !

                                               - अभय सुसीला जगन्नाथ



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