खुदा के यहाँ राय-शुमारी

रौशन चांदनी में खूबसूरत चाँद पर अजब सी खुमारी है

तुझसे मुकाबले में सितारों की आज गज़ब की तैयारी है 

होते थे चरचे महफ़िल में बस दीवानों की ही अबतलक 

सुना है तेरे हुस्न पर अब खुदा के यहाँ भी राय-शुमारी है 


                                                           - अभय सुशीला जगन्नाथ 



Comments

Popular posts from this blog

राधा-कृष्ण ! प्रेम के सात वचन !

परी-सुरसुन्दरी, अप्सरा-देवांगना

बिन फेरे हम तेरे