पहला इश्क़, दोस्ताना...
वो भी क्या दिलकश दिन थे, क्या खूबसूरत था ज़माना,
वो समझ के भी ना समझना, ना समझ के भी समझाना,
एक के लिए पहला इश्क़, तो दूजे के लिए सिर्फ दोस्ताना...
FriendshipDay Besties Lovers
- अभय सुशीला जगन्नाथ
रहने दें उधार एक मुलाक़ात यूँ ही मेरे दोस्त...
सुना है "उधार" वालों को लोग भुलाया नहीं करते...!!
= M R
कुछ मूल वक्त बचपन मे दोस्तों ने थे उधार दिए
फुटकर यादों के उस ब्याज़ से सांसे चला रहा हूँ
=अभय सुशीला जगन्नाथ
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