स्याही से कमीज की जंग

ना वो रंगीन सावन बरसा, ना देखा फिर वो बसंत 💛,

उस अल्हड़ रंगरेज संग, स्याही से कमीज की जंग ❤️,

मैं और मेरी आवारगी.. और वो कलम #होली के #रंग 💚


                                               - अभय सुशीला जगन्नाथ


  

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