तू है कहाँ , तू है जहां ....

तू जज़्बात,
- तू शामिल उनमे ख़यालात,

तू मोहब्बत,
- तू ही मेरी इबादत,

तू जूनून,
- तुझमे ही सुकून,

तू आस,
- तू बसा हर सांस,

तू राह,
- तू ही उसकी चाह,

तू हसीन,
- तू वो यकीन,

तू जान,
- तू मेरा जहान,

तू आँख,
- तुझ बिन सब खाक,

तू मन,
- तू जन्मो का बंधन,

तू है कहाँ ,
- तू है जहां ....

            अभय सुशीला जगन्नाथ


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